Tuesday, April 26, 2016

Grasshoppers of विदर्भ and बुंदेलखंड

William Somerset Maugham  का नाम शायद आपने सुना होगा । अंग्रेजी भाषा के मूर्धन्य नाटक कार , कहानीकार और उपन्यास कार हुए हैं । उनको अंग्रेजी साहित्य जगत में Maugham के नाम से जाना गया जिसका उच्चारण " मॉम " किया जाता है ।
Maugham को मानवीय संबंधों का मास्टर कहा गया । उनके लिखे उपन्यास इतने लोकप्रिय हुए कि आज अंग्रेजी साहित्य में यदि आपने Maugham को नहीं पढ़ा तो यूँ समझ लीजे कि आपने कुछ नहीं पढ़ा । 1915 में लिखा गया उनका महान उपन्यास Of Human Bondage एक अनुपम कृति है । इस उपन्यास की लोकप्रियता का ये आलम है कि  1915 में publish हुआ और उसके बाद आज तक out of print होना तो दूर दुनिया की हर अच्छी bookshop हमेशा उपलब्ध रहता है ।
इसके अलावा Maugham की short stories भी उतनी ही लोकप्रिय हैं ।
बचपन में मैंने उनकी एक कहानी पढ़ी थी ........ Ant and the Grasshopper ........ कहानी में सन्देश यूँ है कि गर्मी भर चींटी दिन रात मेहनत कर अनाज एकत्र करती रही । सर्दी की लंबी रातों में मौज करने के लिए । Grasshopper ठिठुरता हुआ पहुंचा , कुछ खाने को दे दो , भूख लगी है ......... Ant ने पूछा , गर्मियों में क्या कर रहे थे ??????
तब मैं गाना गा रहा था ......... I was singing ........
तब ऐसा करो , जाओ नाचो ........ now , go and dance ..........

आजकल देस भर के समाचारों में सिर्फ एक ही बात की चर्चा है । देश के बड़े हिस्से में पीने का पानी नहीं है । लोग पलायन कर रहे हैं ........ मवेशी प्यासे मर रहे हैं ....... लातूर तक पानी train से पहुंचाया जा रहा है ..........
मैं पंजाब में रहता हूँ । अक्सर अखबारों में चर्चा होती है । पंजाब का भूजल स्तर तेज़ी से नीचे जा रहा है । पर पिछले 10 साल में मैंने यहां के समाज और सरकार को एक भी काम ऐसा करते नहीं देखा कि जिस से जल संरक्षण हो । Narega Manrega पंजाब में फेल हो गयी । पंजाब कहता है कि हमारे पास 160 रु में गड्ढे खोदने वाले लोग नहीं हैं । पंजाबी समुदाय लाखों की संख्या में एकत्र हो स्वर्ण मंदिर के पवित्र सरोवर की कार सेवा तो कर सकता है , सुल्तानपुर लोधी की पवित्र बेई नदी जो एक गंदे नाले में तब्दील हो गयी थी , उसकी कारसेवा कर , उसका जीर्णोद्धार तो कर सकता है , पर मैंने आज तक किसी गाँव में किसी पंजाबी को गाँव के मरते हुए तालाब की कारसेवा करते नहीं देखा ।
लुधियाना में जब मैं अपने बच्चों के साथ आलमगीर अखाड़े में रहता था , तो सब्जी राशन लेने बगल के गाँव गिल जिसे गिल्लां भी कहते हैं , वहाँ जाते थे । ये मशहूर पुलिस अफसर KPS Gill का गाँव है । उस गाँव में एक बहुत बड़ा तालाब है गाँव समाज की संपत्ति है । वो तालाब मर चुका है । जलकुम्भी से पटा हुआ है । आज तक किसी ने उसकी सुध नहीं ली । न समाज ने न सरकार ने । पंजाब के हर गाँव में बहुत बड़े बड़े , भव्य गुरुद्वारे बने हुए हैं जिनकी चकाचौंध देख आँखें चुंधिया जाती हैं । इनमे संगे मर्मर सीधे Italy से import करके लगाया जाता है । ऐसे भी गाँव हैं जहां एक नहीं 4 गुरुद्वारे हैं । हर गुरुद्वारे की प्रबंध समिति में दो गुट हैं जो उसकी गुल्लक पे कब्जा करने के लिए लड़ रहे हैं । दान पात्र में लाखों नहीं करोड़ों रूपये और सोना चांदी हीरे जवाहरात भरे हुए हैं ......... पर गाँव के तालाब सूखे पड़े हैं , मर रहे हैं ।
भूजल के निर्मम दोहन के कारण जलस्तर तेज़ी से नीचे भाग रहा है । पर मैंने आज तक पंजाब की सरकार को Rain water Harvesting की दिशा में कोई कदम उठाते कभी नहीं देखा । पंजाब के गाँवों की सम्पन्नता देख आप हक्के बक्के रह जाएंगे । ऐसे ऐसे मकान हैं हर गाँव में । लाखों नहीं करोड़ों खर्च कर बनाये गए महल ...... परंतु आज भी पंजाब के किसी शहर या गाँव में Rain water Harvesting अनिवार्य नहीं । पंजाबी समाज अपने गिरते भूजल के लिए कुछ नहीं कर रहा । कल को यही समाज रोयेगा और हम इनके लिए पानी की रेल चलाएंगे , जैसे बुंदेलखंड आज रो रहा है , या विदर्भ रो रहा है .........
मोदी ने 12 वर्ष के अपने कार्यकाल में 6.5 लाख छोटे बड़े check dams बनवा डाले जिनसे न सिर्फ भूजल स्तर सुधरा बल्कि पेय जल और कृषि की समस्या भी हल हुई ......... विदर्भ और बुंदेलखंड ने अपनी पेय जल और सिचाई की समस्या को हल करने के लिए क्या किया भगवान् जाने ........ मैंने बुंदेलखंड में 3 साल नौकरी की है और बहुत दूर दूर तक remote areas में घूमा हूँ । वहाँ की भौगोलिक स्थिति ठीक वही है जो गुजरात की है । वहाँ भी लाखों छोटे छोटे check dams बनाये जा सकते हैं । वहाँ की सरकार और समाज क्यों नहीं बनाती , भगवान् जाने । समाज अपने लिए कुँए , बावड़ियां , तालाब क्यों नहीं खोद रहा ,  भगवान् जाने ........... विदर्भ ने अपनी पानी की समस्या के लिए का उपाय किया , भगवान् जाने ।

भारतीय समाज अपनी समस्याओं के प्रति Grasshopper वाला रुख अपनाये हुए है । जब कि उसे फावड़ा कुदाल उठा के काम करना चाहिए , वो नाच गाने में व्यस्त है ।

Friday, April 22, 2016

Facebook की गुंडागर्दी

कल मैंने अपने ब्लॉग पे saffron terror पे एक पोस्ट लिखी थी ।
ये बताते हुए कि congress और UPA सरकार ने देश की सुरक्षा के साथ इतना बड़ा विश्वासघात सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए किया ............

इस पोस्ट को लिखते हुए मैंने इस बात का विशेष ध्यान रखा कि इसमें ऐसी कोई आपत्तिजनक बात न लिखूँ .........
पर इसके बावजूद fb ने इस पोस्ट को हटा के मेरी id को block कर दिया ।
कहने का मतलब ये कि इस समय मेरी तीनों ids ब्लाक चल रही है ।
देश में असहिष्णुता का रोना रोने वाले सेक्युलर गिरोह ......... ये है असली असहिष्णुता .......
इसे कहते हैं नागरिक अधिकारों का हनन ........
ये है अफज़ल गिरोह की इमरजेंसी ..........

मेरी अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता का गला घोटा जा रहा है ...........

नितीश कुमार के हसीन सपने .........

इशरत के अब्बू , नितिस बाबू ने संघ मुक्त भारत का नारा दिया है ।
संघ मुक्त से उनका आशय शायद भाजपा मुक्ति से है । क्योंकि संघ एक संस्था से ज़्यादा एक विचार है और विचार से मुक्ति पाना इतना आसान नहीं । हाँ , भाजपा से मुक्ति पायी जा सकती है ।
जैसे बिहार में महाठगबंधन बना के भाजपा को रोक लिया गया वैसे पूरे देश में भी रोका जा सकता है । वो तो मोदी जी और भाजपा का सौभाग्य है कि नितिस बाबू को अक्ल थोड़ी देर से आई वरना चाहते तो रोक तो 2014 में भी लेते ।
2014 तो चलो बीत गया ।  अब बात करते हैं 2019 की  ........... 2019 में यदि  सोनिया गांधी के साथ महबूबा मुफ़्ती , ओमर अब्दुल्लाह , चौटाला , कुलदीप बिश्नोई , प्रकाश सिंह बादल , अरविन्द केजरीवाल , मुलायम सिंह , मायावती , लालू , नितीश , पासवान , असम वाला बदरुद्दीन , ममता बनर्जी , सीताराम येचुरी , नवीन पटनायक , करूणानिधि , जय ललिता , चंद्र बाबू  नायडू , जगन मोहन रेड्डी , तेलंगाना वाला चनसेखर राव , ओवैसी , उद्धव ठाकरे , राज ठाकरे , और शरद पवार , ई सब यदि secularism के नाम पे मिल जाएँ और एक महाठगबंधन बना लें मोदी के खिलाफ , तो मोदी मने भाजपा को 44 तो क्या 4 सीट पे रोक सकते हैं ।
मान लीजिये कि ये ठगबंधन बन गया । इन ने आपस में seat शेयरिंग कर ली ।
और seat sharing ऐसी कर ली जिसमे भाजपा कैंडिडेट के सामने सिर्फ एक उम्मीदवार है महाठगबंधन का मने संयुक्त विपक्ष का ........... यदि ऐसा हुआ तो मध्य प्रदेश , राजस्थान , और गुजरात , हिमाचल के अलावा भाजपा का खाता नहीं खुलेगा । इन चार राज्यों में भी इनकी ज़्यादा से ज़्यादा 40 सीट आएँगी ।
मोटे तौर पे सीट शेयरिंग में
मुलायम सिंह 35 सीट
माया वती      35
लालू             20
नितीश कुमार 18
पासवान           2
ममता बनर्जी    30
सीपीएम           8
जय ललिता      25
करूणानिधि      15
नवीन पटनायक  15
JMM               10
बादल                  4
चौटाला                3
केजरीवाल।          10

बाकी की लगभग 160 से ज़्यादा सीट कांग्रेस ले जायेगी ।
ऐसे में महाठग बंधन का PM कौन होगा ? कोई 35 seat वाला मुलायम या 20 सीट वाला लालू या नितीश तो बनने से रहा ? ज़ाहिर सी बात है कि 160 सीट वाली कांग्रेस का मंदबुद्धि नशेड़ी युवराज या फिर उनका कोई puppet ......PUPPET मने कठपुतली .........

नितीश कुमार महाठगबंधन बना के चोर दरवाजे से कांग्रेस को पुनः सत्ता में लाने का ख्वाब देख रहे हैं ।

Thursday, April 21, 2016

मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए saffron terror को जन्म दिया कांग्रेस ने

मैं ये anology अक्सर अपनी posts में देता हूँ । क्या करूँ देनी पड़ जाती है ।
बड़ी perfect anology है ।
किसी छोटे शहर में एक रंडी ने अपना धंदा शुरू किया । सस्ती सड़क छाप रांड थी सो जल्दी ही पूरा शहर जान गया । शहर भर में बदनाम हो गयी । आस पास की , मोहल्ले भर की औरतों के ताने सुनती .......... शहर की अकेली रांड हो तो ये समस्या आती ही है । जीना मुहाल हो जाता है ।
सो इस समस्या का समाधान खोजने वो एक बाबा के पास गयी ........ बबवा बोला , बच्चा ...... तू निश्चिन्त हो कर समाज सेवा कर ....... बिलकुल विचलित न हो ......... जो तू कर रही है वही सब करती हैं ....... दिल पे बोझ न ले ।
बाबा का आशीर्वाद मिल गया । अब रंडी सबसे उलझ जाती ........ तो भी रंडी मैं भी रंडी ........

***

पिछले कुछ दिनों से देस में बवाल मचा है । UPA सरकार ने सब जानते बूझते लश्कर की फिदायीन हमलावर इशरत जहां को बिहार की मासूम बेटी बना दिया और मोदी अमितशाह और गुजरात पुलिस को मासूम मुसलमानों का हत्यारा ।
UPA सरकार ने एक निर्दोष मासूम फौजी कर्नल को आतंकवादी बना के 10 साल से जेल में डाल रखा है । साध्वी प्रज्ञा और असीमानंद को झूठे आरोपों में बिना किसी मुक़दमे charge sheet के जेल में बंद कर रखा है । कांग्रेस का एक बहुत बड़ा नेता 26 / 11 के मुम्बई हमले में पाकिस्तान और मुस्लिम आतंकी संगठनों को clean chit देता है और RSS समेत अन्य हिन्दू संगठनों को इसके लिए दोषी मानता है । बाकायदा एक नया term ईज़ाद किया जाता है ........ saffron terror
एक मौलाना बाकायदा इस विषय पे एक किताब लिखता है जिसमे वो एक theory का प्रतिपादन करता है कि आखिर क्यों कराया RSS ने मुम्बई हमला । उसमे ये बताया जाता है कि हिन्दू संगठनों ने मालेगांव ब्लास्ट कराये । मालेगांव की जांच चूँकि हेमंत करकरे कर रहे थे इसलिए उनकी ह्त्या कराने के लिए RSS ने मुम्बई हमला कराया । उस किताब का विमोचन कांग्रेस पार्टी के महासचिव और अत्यंत वरिष्ठ नेता और कोकीन के नशेड़ी कांग्रेस युवराज राहुल गांधी के राजनैतिक गुरु दिग्विजय सिंह ने किया ।

यक्ष प्रश्न : कांग्रेस ऐसा क्यों कर रही थी ?
ये कांग्रेस पार्टी की वृहद् मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति का एक हिस्सा था ।  कांग्रेस की शुरू से एक policy रही । वो हमेशा हिन्दुस्तान के मुसलामानों को लॉलीपॉप दे के चूतिया बना के वोट लेती रही ।
इस पार्टी ने कभी मुसलामानों के कल्याण के लिए कोई ठोस काम नहीं किया । देश और दुनिया भर में मुसलमान इस्लामिक आतंक की तोहमत झेलते हैं । ये उनके जीवन में बहुत बड़ी शर्मिंदगी और जलालत का बायस है । दुनिया भर में रोज़ाना कोई न कोई छोटी बड़ी आतंकी घटना होती है जिसमे सच्चे मुसलमान , 5 बार नमाज़ पढ़ने वाले मुसलमान , 30 रोज़े रखने वाले मुसलमान , अल्लाह ओ अकबर बोलने वाले मुसलमान छोटे छोटे बच्चों का गला काटते देखे जाते हैं । फिर वो ये भी कहते हैं कि वो तो पवित्र आसमानी किताब के मुताबिक़ एक सच्चा मुसलमान होने के नाते सारी दुनिया को मुसलमान बनाने के लिए ऐसा कर रहे हैं । ऐसे में एक आम भारतीय मुसलमान का सिर शर्म से झुक जाता है ।
इसका हल निकाला कांग्रेस ने ........ और पैदा किया Saffron Terror ........ ये समझाने के लिए कि शरमाओ मत ........... इस हमाम में अकेले तुम ही नहीं हो नंगे ........
शहर में तू ही नहीं है अकेली रंडी ........और भी हैं रंडियाँ ........
ये देख हिन्दू भी है , ये देख भगवा धारी ....... ये देख RSS भी है इसी पेशे में .........
और इसी बहाने घेर लिया भाजपा को भी ........ safron terror ........ संघी terror .......

ये सिर्फ और सिर्फ मुसलमानों को चूतिया बना के उनके vote लेने का कुचक्र है ।
Vote के लिए secular गिरोह देश की सुरक्षा को खतरे में डाल के देश को बेच भी सकता है ।

Wednesday, April 20, 2016

लकड़बग्घे को नेसनल एनिमल घोसित करो ..........

पिछले दिनों आनंद भाई आगरा से फोन पे बात हो रही थी । आनंद भैया अपने farm house पे एक आधुनिक गौशाला बना रहे हैं । जिसमे बाकायदा hydroponic विधि से हरा चारा silage बना के सूखे हरे चारे का प्रबंधन होगा । आनंद भाई का संकल्प है कि देशी नस्ल के गौवंश की वृद्धि हो ........ नागपुर में कोई एक गौशाला गीर नस्ल की अपनी 10 गायें और बाछियां बेच रही थी ।  आनंद भाई ने पूरे lot का सौदा कर लिया । पर कोई भी truck वाला किसी भी कीमत पे उन गायों को लादने के लिए तैयार न हुआ । सारे कागज़ पत्र पूरे हैं , यहाँ तक कि truck के साथ साथ police protection के लिए भी व्यवस्था की गयी इसके बावजूद कोई truck वाला राज़ी न हुआ ।
अरे भैया , कौन जान देने जाएगा लाख पचास हज़ार के लिए ।
रास्ते में सब जान से मार देंगे अगर गाडी में मवेशी देख लिए तो ............
दादरी के इख़लाक़ मियाँ को अल्लाह जन्नत बक्शे ......... उन ने अपनी जान दे के लाखों नहीं करोड़ों गोवंश की जान बचा ली । इसके अलावा वो जो दो थे , हिमांचल वाले पशु व्यापारी / तस्कर ....... जिनको मार के लटका दिया था public ने ........... अल्लाह 72 हूरें अता फरमाये .........
आप लोगों की क़ुरबानी खाली नहीं गयी है ।
मैं आपको अपने गाँव माहपुर से जमीनी हकीकत बताता हूँ ........ अप्रैल के महीने में भीषण गर्मी और जबरदस्त लगन के बावजूद न दूध के भाव में तेजी है न खोये मावे के ........ आज भी गाय का दूध गाँव से 22 रु लीटर दूध उठ रहा है ........ मेरे घर इस समय 40 lt दूध हो रहा है और इस season में जब कि लोग 1 लीटर दूध के लिए तरसते हैं ........ फिर भी दूध के दाम में कोई तेजी नहीं .......
क्यों ?
इसका कारण बताया गिरी बाबा ने जो अक्सर vikram भैया के पास आते हैं पशुओं की होमियोपैथी दवा लेने ....... अबकी बार बहुत दिन बाद दिखे ?
कहाँ थे इतने दिन ?
अरे क्या बताएं भैया ......... बाजार एकदम बंद पड़ी है ।
8 महीने हो गए , एक भी पशु नहीं बेचा ........ खरीदार ही नहीं है ...... व्यापारी चढ़ ही नहीं रहे ........
बंगाल की loading एकदम बंद है । सिर्फ एक साल में गायों की संख्या देहात में इतनी बढ़ गयी है कि इसका असर milk के production पे आने लगा है ।
अल्लाह इख़लाक़ मियाँ को जन्नत बक्शे और 72 कमसिन हूरें और 24 चिकने गिलमां अता फरमाये ।
मुम्बई की राष्ट्रवादी संवाद गोष्ठी में मैंने एक हिन्दू लकड़बग्घे का ज़िक्र किया था जिसने स्टेज पे आते ही तलवार निकाल ली थी और खून खच्चर मचा दिया था ......... जब उसने रक्त चंडिका रक्त चंडिका रक्त चंडिका रक्त चंडिका कहते कहते मार काट मचाई तो सामने बैठे बहुत से मासूम लौंडे तो बेहोश हो गए ..... उस दिन से मुझे ये अहसास हुआ कि यार ये हिन्दू लकड़बग्घा तो बड़ा ही विचित्र और बड़ा ही मजेदार प्राणी होता है .......... इसके अंदर एक सामान्य आपिये अपोले Aaptard से 100 गुना ज़्यादा  entertainment भैलू होती है ..... इसलिए आजकल मैं बहुत तन्मयता से हिन्दू लकड़बग्घों को follow करता हूँ ....
आज एक लकड़बग्घा fb पे खून खच्चर मचाये था और मोदी की गर्दन उतारे ले रहा था .......
हे गऊ माता हम शर्मिन्दा हैं ....... मोदिया साला कुछ नहीं किया आपके लिए ....... दगाबाज निकल गया ........ न गौचर की जमीन खाली करवाया और न गाय को National Animal घोषित किया .......
चोप्प्प बुड़बक ......
गऊ माता को एनीमल घोसित करेगा बे ????

फैजल ........ कब खौलेगा रे तेरा खून ?

किसी दिन आप सो के उठें और पाएं कि आपकी बीवी आपकी बदतमीजियों से तंग आ के किसी और के साथ भाग गयी ?
आपको कैसा फील होगा ?
या फिर एक दिन आपको पता लगे कि आपके पति देव ने दूसरी शादी कर ली ........ आपकी सहेली के साथ ........ या फिर पड़ोसन को ले के भग गया ।
कैसा फील होगा आपको ..........

किसी दिन आप सुबह सो के उठें और आपको ये पता चले कि आपके सारे पसंदीदा लेखक भग गए ।
मने ये कि उन ने इस रामाधीर सिंह की गुंडागिरी से तंग आ के यहां  लिखना छोड़ दिया और अपनी अपनी website पे लिखना शुरू कर दिया ।
या फिर सबने मिल के एक website बना ली और सब उसी पे लिखने लगे । इसपे खाली उसका link चिपकाते हैं ।

मने ये जितने लिक्खाड़ हैं ....... मने ये सुरेश चिपलूणकर , पुष्कर अवस्थी , अवनीश PN शर्मा , आनंद राजाध्यक्ष , शैफाली वैद्य , सुमेधा सर्वदमन , राजीव मिश्र , अतुल राय , अतुल शुक्ल , गंगा महतो , गिताली सैकिया , रूचि शर्मा , संजय अनेजा , असित कुमार मिसिर , लोकेश महाजन , बिंदास बनारसी ............और लाला जी ............ ई सब लोग यहां लिखना बंद कर दें और एक सामूहिक वेबसाइट बना लें तो का होगा ?
जानते हैं ?
कितना hits रोज आएगा ? बूझते हैं ?

फैजल .......... कब खौलेगा रे तेरा खून ?
तुमरे बाप को , भाई को , दद्दा को , अम्मा को , फुआ को , बहिन को ......... सबको block कर दिया रे ई रामाधीर सिंघवा ......... तुमरे keyboard से कब चलेगा रे गोली ?
दिन रात पोस्ट लिख लिख के सूखा सूखा likes comments देख देख , ई तोरा आँख लाल हो गिया ........

चोप्प्पप्प .......
अब कोई बीच में नहीं बोलेगा ..........
सबका बदला लेगा रे तेरा फैजल ........... जिसको जिसको ब्लाक किया रामाधीर सिंह .......

सबका बदला लेगा रे तेरा फैजल ............

UP में हाथी फिर अंडा देगा क्या ?

यूपी में सपा और भाजपा के बीच Tactical alliance हो सकता है ।
Tactical Alliance माने एक गुप्त तालमेल या समझौता .........
ऐसे समझौते में दो या इससे अधिक राजनैतिक दल कोई seat शेयरिंग समझौता या गठबंधन नहीं बनाते और पब्लिक की आँख में धूल मरचा झोंकते हुए सार्वजनिक मंचों पे एक दुसरे को गरियाते हैं पर अंदर अंदर बातचीत कर seat sharing कर लेते हैं ।
आज यदि सचमुच निष्पक्ष चुनाव हो जाए तो सपा चुनाव न सिर्फ हारेगी बल्कि 100 सीट से नीचे चली जायेगी । प्रदेश में सपा का तीसरे नंबर की पार्टी बनना तय है ।
पर भाजपा और संघ ये मानते हैं कि देश और प्रदेश में मुसलमान को साधने के लिए मुल्ला यम जैसे नेता और सपा जैसी पार्टियां बहुत ज़रूरी हैं । ये पार्टियां मुसलमान को कुछ देती नहीं पर देने का नाटक बहुत अच्छा करती हैं । मने मुसलमान को पेट भरने लायक खाना नहीं देंगी पर चूम चाट के चिक्कन रखेंगी .......... ohhh Darling ....... तुम कित्ती अच्छी हो ....... मैं तुम्हे भोत पियार करता हूँ ....... यू नो आई लभ जू ......... ये लो लॉलीपाप चूसो ......... और मुसलमान के पोपले मुह में सस्तैया लेमनचूस ठूंस दो ......... चार आने वाला ........ ले बेटा ....... खट्टा मीठा ....... चुभलाता रह .......... लेमनचूस चूसने में तो बहुत अच्छा लगता है पर उस से पेट नहीं भरता ..........
ई लॉलीपॉप देने में मुलायम बहुत माहिर हैं ............
पर इधर जब से मुज़फ्फरनगर दंगा हुआ है मुसलमान मुलायम से बहुत नाराज है । भरसक वोट देना नहीं चाहता । पर मरता क्या न करता । मजबूरी में देता है । ऐसे में भाजपा राजनैतिक समीकरण कुछ ऐसा बना रही है कि जे बीम जे मीम हो जाए ।
अगर मुसलमान झोंक के जे बीम जे बीम बोलता हुआ बहिन जी और ओवैसी में लिभ इन करवा दे तो मुलायम के पास कोई विकल्प नहीं बचता , सिवाय भाजपा की गोद में बैठने के । ऐसे में भाजपा 100 सीट पे मुलायम को जिताने का वादा कर शेष पे यादव वोट अपने पक्ष में लेने की रणनीति बना रही है ।
पिछले चुनाव में हाथी ने अंडा दिया था । इस बार भी अगर मुलायम और अमित शाह ने अपनी गोटियां सही से चलीं तो हाथी फिर अंडा दे सकता है । कोई भी राजनैतिक दल यदि दो चुनाव लगातार हार जाए तो उसका कार्यकर्ता हतोत्साहित हो घर बैठ जाता है और संगठन छिन्न भिन्न हो सकता हैं ।
मुलायम और भाजपा इस 2017 के विस चुनाव में बसपा को हमेशा के लिए निपटाने की पूरी कोशिश करेंगे ।

नेताजी आजकल सफ़ेद धोती के नीचे भगवा निंगोटा बांधते है और यदा कदा दिखाते रहते हैं .............. 

UP की चुनावी तस्वीर ......... 2017 विस चुनाव

पिछले दिनों लखनऊ में एक मित्र मिले । भाजपा समर्थक हैं ।
कहने लगे , UP में तो बसपा आ रही है ।
मैंने पूछा , इस आशावाद , या यूँ कहें कि निराशावाद का आधार क्या है ?
कहने लगे , लोग उसे बहुत पसंद करते हैं ?
कौन से लोग ? और क्यों पसंद करते हैं ?
इसका उनके पास कोई  तथ्यात्मक जवाब नहीं था ..........

मेरे गाँव माहपुर की हरिजन बस्ती में 14 April को आंबेडकर जयंती मनाई गयी ।
और बाकायदा माइक लगा के ब्राह्मणों और ब्राह्मणवाद के खिलाफ विष वमन हुआ । पूरे सप्ताह भर इस विष वमन की चर्चा गाँव में हुई ।
2007 में बहन मायावती ( BMW ) ने अपने ब्राह्मण Gen Secy सतीश चंद्र मिश्रा को आगे कर के प्रदेश में ब्राह्मण हरिजन गठजोड़ तैयार किया । 100 से ज़्यादा ब्राह्मण उम्मीदवारों को टिकट दिए गए । मायावती की ये रणनीति कामयाब रही और उन्होंने चुनाव जीत लिया ।
पर अब 2007 से 2017 तक गंगा में बहुत ज़्यादा पानी ( सीवर ) बह चुका है । देश और प्रदेश की राजनीति बदल चुकी है । 2007 में राष्ट्रीय स्तर पे भाजपा एक हारी हुई हतोत्साहित पार्टी थी जो देश की जातीय वर्गीय वोटबैंक राजनीती को साधने में नाकामयाब थी । वैश्य मने बनिया छोड़ एक भी ऐसा जातीय समूह न था जो भाजपा का बंधुआ वोटर हो । उन दिनों UP में भाजपा चौथे नंबर की पार्टी थी और मुलायम सिंह की सपा anti incumbency झेल रही थी इसलिए मायावती ने आसानी से दलित ब्राह्मण ( सवर्ण ) और पिछड़ी जातियों के साथ एक मज़बूत राजनैतिक समीकरण खड़ा कर लिया था । मुस्लिम वोट तो भाजपा के खिलाफ किसी को भी वोट दे देता है इसलिए वो भी चुपचाप BMW पे चढ़ गया ।
पर जैसा मैंने कहा तब से अब तक बहुत सीवर बह गया गंगा जी में ........ 
दरअसल कांग्रेस और कम्युनिस्टों ने मायावती की खीर में मूत दिया है । देस भर के अम्बेडकर वादी भी अति उत्साह में राहुल गांधी के साथ शामिल हो गए और मायावती बेबस लाचार देखती रह गयी ।
हुआ यूँ कि विपक्ष ने मोदी को घेरने के लिए रोहित वेमुला नामक एक OBC को फ़र्ज़ी दलित बना  उसकी आत्महत्या को एक फ़र्ज़ी ह्त्या बना के एक फ़र्ज़ी मामला दलित बनाम सवर्ण लड़ाई शुरू कर दी । मीडिया ने भी मुद्दे को TRP के चक्कर में लपक लिया । सोशल मीडिया में भी सवर्णों को गरिया के दुकान चलाने वाले अम्बेडकर वादियों ने आग में खूब घी डाला । देश की सभी समस्याओं की जड़ मनु स्मृति और मनुस्मृति ईरानी को बताया जाने लगा । गुड़गांव का नाम गुरुग्राम रखते ही लोगों को एकलव्य का अंगूठा काटते बाभन द्रोणाचार्य याद आ गए ...........

राष्ट्रीय स्तर पे कांग्रेस दलितों का अपना खोया जनाधार पाने के लिए संघर्ष कर रही है । आंबेडकर वादी जाने अनजाने ब्राह्मणों को गरिया रहे हैं । इस उत्साह में BMW का वोट समीकरण गड़बड़ा गया है । चमार जाटव UP में बाभनों को गरिया रहे हैं ।
चुनाव जीतने के लिए एक Umbrella बनानी पड़ती है । जिसमे एक core votebank की नीव के ऊपर छोटे छोटे जातीय धार्मिक समूहों के वोट बैंक खड़े कर  वोट की इमारत खड़ी होती है ।
2014 के बाद राष्ट्रीय राजनीति में बड़े बदलाव आये हैं । सवर्ण वोट और गैर यादव OBC बड़ी संख्या में भाजपा के खेमे में आ गया है और मजबूती से खड़ा है । मुलायम कमजोर हुए हैं सो 20 - 30 % यादव भी भाजपा के साथ आ गए हैं ।
भाजपा के खिलाफ मुस्लिम वोटबैंक अभी तक तो confused है । आगे भी कन्फ्यूज्ड ही रहेगा । पहले 3 शौहर थे अब चौथा भी आ गया । किसके किसके साथ सोये ? सपा बसपा कांग्रेस पहले से थीं अब ओवैसी भी आ गए हैं ।
हिन्दू वोटबैंक ( यदि ऐसी कोई चीज़ हो तो ) के अलावा सवर्ण UP में भाजपा के साथ डटे हुए हैं । ठाकुर बाभन भुइहार ......... वैश्य स्वर्णकार excise को ले के अभी नाराज हैं पर देर सवेर भाजपा मना लेगी ......... भाजपा ने सबसे बड़ी बढ़त जो हासिल की है वो OBCs में की है .......
राजभर , मौर्य , बिंद , मल्लाह , पासी , सैनी ....... इनका बड़ा votebank है जो भाजपा के साथ मजबूती के साथ डटा हुआ है ..........
पश्चिमी UP में तो BMW के core वोट जाटव हरिजन तक को स्थानीय राजनीति और मुज़फ्फरनगर दंगे से हुए ध्रुवीकरण के चलते मजबूरन भाजपा को वोट देना पड़ रहा है ।
ये तो हुई चर्चा जातीय समीकरणों की .........
पर इस समय UP में एकमात्र मुद्दा जो चल रहा है वो विकास का है ......... मोदी के विकास कार्यों की बड़ी चर्चा है । सड़क और भूतल परिवहन मंत्रालय ने भारी संख्या में सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग मने NH घोषित कर दिया है । 2017 में चुनाव में जाने से पहले मोदी इन सड़कों को वर्तमान स्वरुप में ही सही चिकना करा देंगे । इसके मुकाबले मुलायम अखिलेश की समाजवादी सड़क का हाल तो सब देख ही रहे हैं ।
इस रेल बजट में पूरा focus UP पे रहा । पियूष गोयल का ऊर्जा मंत्रालय भी बेहद सक्रिय है UP में । इधर अकल लेस जादो ने बिजली आपूर्ति सुधार के 6 घंटे से बढ़ा के 12 - 14 घंटे तक की है जो चुनाव आते आते 16 - 18 घंटे हो जायेगी पर इसका श्रेय पियूष गोयल और मोदी को ही मिलेगा ।

मुलायम यादव का चुनाव हारना तय है और हारती हुई सपा और उसका वोटर  BMW की जगह भाजपा को बेहतर विकल्प मानता है ।

यदि UP में भी बिहार की तर्ज पे  भाजपा के खिलाफ कोई बहुत बड़ा ठगबंधन न बना तो भाजपा का आना तय है ।

अगली पोस्ट में पढ़िए भाजपा और सपा का संभावित Tactical Alliance जो हो सकता है  UP में .............