पिछले दिनों खबर आयी कि मुकेश भाई अम्बानी अपने 5000 करोड़ के घर में शिफ्ट नहीं हो रहे ......कुछ वास्तु दोष रह गया है शायद.....कमबख्त 5000 करोड़ रुपया खर्च के भी दोष रह गया ??? 27 मंजिला घर बनवाया है 6 लोगों के रहने के लिए ........168 कारें खड़ी हो सकती हैं .......8 मंजिलें तो पार्किंग के लिए हैं ....कई सारे swimming pool है ....helipad है ...........ऐसे लोगों को हमारे यहाँ धन पशु कहा जाता है .....एक और धन पशु है .....दिल्ली में .....कांग्रेस पार्टी के नेता हैं ...........कँवर सिंह तंवर ....हाल ही में उन्होंने अपने बेटे की शादी की ........सुनते हैं की 10 दिन समारोह चला ...........18000 मेहमान थे ..........लड़की वालों ने अपने रिश्ते दारों को BMW दे के विदा किया ....दामाद को हेलिकोप्टर दिया दहेज़ में ............लड़के की हजामत बनाने वाले नाइ को ही ढाई लाख का गिफ्ट दिया ..............सुनते हैं की 100 करोड़ से ज्यादा खर्च हो गया एक शादी में ..........पूरी दुनिया में इस शादी के चर्चे रहे ............recepton में सोनिया शाहरूख खान और ऐश्वर्य राय जैसी हस्तियाँ पहुंची थी ............रईस लोग आहें भर रहे थे ....काश हम भी अपनी बिटिया ऐसे ही ब्याह पाते .........इन ख़बरों को पढ़ के याद आया ....सोने की चिड़िया है हिन्दुस्तान
पिछले दिनो अपने दिग्गी राजा ....यांनी कि मध्य प्रदेश की राघो गढ़ रियासत के राजा ....अपने दिग्विजय सिंह जी फरमा रहे थे की A , B , C , तीन टीमें थी RSS की , सो एक , यानी राम देव को तो कुचल दिया ......और बाकी को देख लेंगे ............और ये तो वो हमेशा से बोलते आये हैं की बाबा नहीं ठग है .....चोर है ....बिजनेस करता है .............हाथ पैर बाँध के नदी में फेंक देना चाहिए .........और न जाने क्या क्या . इसके अलावा हमारा मीडिया भी अक्सर उनसे ये पूछता है ......हाय इत्ती सारी दौलत ......इतनाआआआआआ सारा रुपया है आपके पास ....इतनी सारी दवाइयां बेचते हैं आप ......इतने बड़े बिजनेस मैन है , बड़ी गाडी में चलते हैं ......चार्टर प्लेन में उड़ते हैं ..........वगैरा वगैरा .....अब इतने दौलत मंद आदमी ....इतने बड़े रईस से ईर्ष्या होना तो स्वाभाविक है .............
अब चूँकि मैं पातंजलि योग पीठ से जुड़ा हूँ ....वहाँ महीनों रहा हूँ .........वहाँ की एक एक चीज़ को गौर से , बड़े नज़दीक से देखा है ...........एक बात तो मैं भी मानता हूँ ....बाबा है वाकई रईस .....इसमें कोई शक नहीं ............लोग कहते हैं की आज से मात्र 18 साल पहले बाबा हरिद्वार की गलियों में साइकिल पे चलता था .....बात सही है ...सुनते हैं की एक बार बाबा ने एक पंसारी से हज़ार रु की जड़ी बूटिया उधार मांगी थी और उसने मना कर दिया था ....वही बाबा आज 1100 करोड़ का मालिक हो गया ...........फ़कीर था....... रईस हो गया.....बड़े नज़दीक से देखा है मैंने बाबा को .........मीडिया को रईस दीखता होगा बाबा ....पर आज भी सचमुच फ़कीर है ............वो अलग बात है की बाबा ने मात्र 5-7 सालों में एक साम्राज्य खड़ा कर दिया है.....पर किसके लिए ..........एक किस्सा सुनाता हूँ ........देश के एक top boxing coach अपने 30 स्टुडेंट्स को ले कर पतंजलि आना चाहते थे ....योग सीखने ......6 दिन का शिविर लगाना चाहते थे ........उन्होंने मुझसे संपर्क किया .........वो पूछने लगे क्या खर्च आएगा .......... मैंने कहा कुछ ख़ास नहीं .......3 दिन यहाँ धर्मशाला में फ्री में रहने को मिलेगा .....बाकी तीन दिन का 50 रु के हिसाब से एक bed का दे देना ....और बाकी भोजन पानी तो फ्री मिलता ही है तीनों समय .......... सो उन्होंने हाँ भर दी ....मैं इस सम्बन्ध में आचार्य बाल कृष्ण जी से मिला ....पूरी बात बतायी .......वो बोले क्या बात करते हो ....राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी ...धर्मशाला में रुकेंगे ..........नहीं residential blocks में AC rooms में रुकवाओ ........खिलाड़ी हैं इसलिए अलग से भोजन की विशेष व्यस्था करवाओ ....दूध घी मक्खन पनीर फल फ्रूट हर चीज़ की व्यस्था करो ....लाने के लिए स्टेशन पे बस भेजो ...............वो तीस खिलाड़ी 7 दिन वहाँ योग पीठ में रुके .....योग सीखा ........सबके medical chekup हुए .....एकदम फ्री .........आज योग पीठ में सैकड़ों हज़ारों लोग पूरे देश से आते है योग सीखने और इलाज कराने ..............धर्मशाला है वहाँ ....3 दिन तक फ्री रुकने की व्यस्था ........इसके बाद 50 रु bed ( ठलुए मुफ्त खोरों को रोकने के लिए ) ....दिन रात फ्री लंगर चलता है ..........इतना बड़ा आयुर्वेदिक अस्पताल है ....फ्री सेवा ..........जो लोग धर्मशाला में नहीं रुकना चाहते उनके लिए 150 से ले के 400 रु bed तक की cooler और AC रूम में सुविधा ............इसके अलावा जो दवाइयां वहाँ आश्रम में मिलतीं हैं उनकी कीमत बाज़ार में बिकने वाली अन्य ब्रांड्स से 75 % से ले कर 3000 % तक कम हैं .........यानी बेहद सस्ती ........इसके अलावा बाबा के सैकड़ों सेवा प्रकल्प चल रहे हैं ...........कितने ही गुरुकुल आज बाबा के अनुदान और मदद से चल रहे हैं ....लाखों योग कक्षाएं पूरे देश में .....आज बाबा ने योग को घर घर पहुंचा दिया है .........परन्तु सारी संपत्ति ट्रस्ट की है जिसमे बाबा के अलावा उनके परिवार का एक भी सदस्य नहीं है ......उनके परिवार का एक भी कोई बैंक खाता नहीं है ........उनके एक भाई वही हरिद्वार में काम देखते हैं और वेतन पाते हैं .......एक बड़े भाई गाँव में खेती करते हैं ........सुनते हैं की पुट्टपर्ति में साईं बाबा के निजी कक्ष से 7 करोड़ रुपया और 35 किलो सोना मिला था ......बाबा के निजी कक्ष में गया हूँ मैं .......वहाँ 7 रु नहीं मिलेंगे ......चटाई बिछा के सोते हैं ...जमीन पे .....NON AC रूम में ........ दो जोड़ी कपडे है .....खुद धोते हैं ..........उबली हुई सब्जी और एक गिलास दूध ....यही भोजन है .....बाबा कहते हैं ....मेरा क्या है ? सब आपका है ....आपके लिए है ...आपके पैसे से बना है .........बाबा की कौन सी बेटी है जिसके 18000 बारातियों को पकवान खिलाने हैं .......दहेज़ में BMW देनी है ...........अलबत्ता उन मुक्केबाज लड़कियों को देख के बोले ये मेरी बेटियाँ हैं ....इन्हें ओलम्पिक के लिए तैयार करो ......कोई चिंता मत करना ...मैं हूँ न ........
एक फ़कीर ने हम आम हिन्दुस्तानियों के लिए इतना कुछ बना दिया ......योग सिखा दिया ...........पर मीडिया और नेता मुकेश अम्बानी और कँवर सिंह तंवर सारीखों का गुणगान करते है , तलवे चाटते हैं ...........बाबा को ठग और चोर बताते हैं ...........
bahut badhiya sir
ReplyDeleteHowever, for this pashu-dhan, dhan-pashu thing, I would like you to read this article, just an alternative line of thought.
ReplyDeletehttp://myboardmyblog.blogspot.com/2010/11/money-case-i-and-case-ii.html
Baba hai toh ache admi kisi bhi admi mein bhedbhav nahi karte chahe woh kitna bhi bada admi ho ya chota mujhe yaad hai 2007 mein jab mere pita Dehradun(clement town) mein posted the tab wha ke GOC yani Major General sahab kuch yoga sikhne ke liye Baba Ramdev se milne jana that aur isliye unke sath mere Pitaji ko bhi jana tha magar Woh the GOC hazaro fauji kam karte hai unke niche 4 banduk wale aur 8-10 fauji humesa sath mei rehte hai unhone kar di jane mein deri aur Nikle ghar se late.Aur jab pahuche Baba ramdev ke paas tab tak lagbhag 15-20 minute late the time se aur Babaji ho chuke the thode se gussa shayad 30minute ka time Mila that GOC ko isliye Baba ne Bina kisi BhedBhav ke thodi si baat ki thoda bahut yoga ke bare mein bataya aur chal diye.tab Jab mujhe pta chala tab ek baat toh achi lagi ki chalo kam se kam koyi toh hai jo specially treat nahi karta kisi bade admi ko nahi toh log toh bas had kar dete hai.
ReplyDeletewaise baat ki jaye Ambani ki toh main kuch galat nahi manta mehnat ki kamai hai baap-beto ne mehnat se kamai hai ghar toh bana chayie baat yeh hai ki 5000crore ka ghar dekhne mein kaisa hoga aur sab kya ek ek male pe rahenge.kuch jyada hi bana diya hai aur abhi ap log yeh jarur kahnege ki unhone ne bhi Golmal kiya hai toh main bhi iske liye mana nahi karunga magar unse bade jimedar neta hai humare.
jai baba ji aap mahan ho
ReplyDeleteबढिया जानकारी।
ReplyDeleteआपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज के चर्चा मंच पर भी की गई है!
ReplyDeleteयदि किसी रचनाधर्मी की पोस्ट या उसके लिंक की चर्चा कहीं पर की जा रही होती है, तो उस पत्रिका के व्यवस्थापक का यह कर्तव्य होता है कि वो उसको इस बारे में सूचित कर दे। आपको यह सूचना केवल इसी उद्देश्य से दी जा रही है! अधिक से अधिक लोग आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।">चर्चा
संतों को समझना सामान्य-जन की विषय वस्तु नहीं है मित्र ,
ReplyDeleteज़माने ने हमेशा प्रताड़ित किया है ,तारीखें गवाह हैं .... अच्छा सन्दर्भ ..... ,आपकी पीड़ा जायज है /शुक्रिया जी /
बहुत बढ़िया सर!
ReplyDeleteसादर
thanku you very much friends ......RC SHASTRI JI MAYANK sahab ....bahut bahut dhanyawaad
ReplyDeletesasneha
ajit
अजित भाई आपकी बात सही है , साईं के कमरे से सोना मिलना लाजिमी था , वही सोना वो मुह से उगलते थे ... हा हा हा
ReplyDelete75% to 3000%
ReplyDeleteand u think u can right
u know the meaning of 3000% less
kisne kaha ki pantjali pith ki davaye sasti he , sarasar gaslat he.unka nahane ka sabun hi 85nka he .kya des ki janta itna mahga sabun khridegi
ReplyDeleteबिलकुल सच
ReplyDeleteaap ne gap .........kar ke chodi hai , mai aapne blog pe aur apne twitter a/c par yeh post likhana chata hi permission dijye
ReplyDeletesnimesh@ibibo.com
ऐसे फकीरों से ही इन राजनीतज्ञों की फटती है क्योकि ये फकीर वचन के धनी होते है और इन के पास खोने के लिए कुछ नहीं होता ! रामलीला मैदान में बाबा का जलवा देख कर कांग्रेस काँप गई थी जब गेम उलटी पड़ गई तो अपने पुराने हाथ कंडों पर उतर आई और आधी रात को बाबा के हवन कुण्ड में अपने हाथ जला बैठी ! सरकारी , दलाल मीडिया को पतान्जली से अथवा दिव्या फर्मेंसी से चवन्नी के भी विज्ञापन नहीं मिलते ! टोइलेट कलीनर (पेप्सी कोला) बनने वालो को बाबा ने अपना जानी दुश्मन बना लिया है जो मीडिया की जेबें भरते है ! सब जलते है साले ! लेकिन चाणक्या की खुली चोटी का परिणाम सब जानते है !.....
ReplyDeleteBahut badhiya post... :)
ReplyDelete..and totally agreed with Udaya Veer Singh ji.
Thanx.
धन और यश के प्रलोभन से राजनेता, अभिनेता, महात्मा या फकीर.
ReplyDeleteकाशः,इन धन के भिखारियों को जीवन का शीशा दिखा दे कोई..
ReplyDeleteबाबाजी का चरित्र इतना ऊँचा है कि दुनिया को उस पर नाज है ...और जिन लोगो का खुद का चरित्र नही है उनको स्वामीजी पर कोई आरोप लगाने का कोई हक नहीं है .....अजित भाई जी आपने बहुत अच्छी पोस्ट लिखी .....धन्यवाद
ReplyDeleteदिव्या फार्मेसी का साबुन 12 रु से ले लार 35 रु तक का है .......प्रवाल पिष्टी .....मोती पिष्टी ......स्वर्ण भस्म जैसी दवाएं जो बाज़ार में तीन हज़ार तक की हैं वो यहाँ 30 रु में मिलती हैं .....प्रतिशत आप स्वयं निकाल लीजिये...... एक भी दवा ऐसी नहीं है जो किसी अन्य ब्रांड से महँगी हो ........बात यहाँ भावना की है ....बाबा किस भावना से कार्य कर रहे हैं .....सुबह 4 बजे से ले कर रात 11 बजे तक काम करते हैं ....किसके लिए .......कौन सी ऐश कर रहे हैं .....उनका पूरा जीवन मेरे आपके लिए समर्पित है
ReplyDeletehttp://healthservices.divyayoga.com/index.php?cPath=38_48
ReplyDeleteyou can find the price list here
फिर भी सूरज पर मुंह उठाकर थूकने वालों कि कमी नही है|
ReplyDeleteवेबकूफ बाबा के लिए मानदंड बनाते फिरते हैं, उन्हें सिर्फ योग सिखाना चाहिए था, उन्हें राजनीती में नही आना चाहिए, वगैरह वगैरह ....और इस तरह के ब्यान देने वाले को तो मेरे हिसाब से दुनिया में हि नही आना चाहिए था| बहुत सही विषय चुना आपने| और बहुत हद तक बाबा के उद्देश्य को बतलाने में सफल रहे हैं, और ये मीडिया तो दोहरी है, मैं अपने गाँव में दलालों को देखता हूँ... जिसका चाय पी ले उसको आसमान पर और जो इन्हें कदा बोल दें उनकी जड़ खोदने लग जायेंगे.... मीडिया भी उसी तरह कि है |
Baba ramdev ab aam aadmi ki aawaz ban chuke hai. Unhone kranti ki jo mashal jalai hai wo ab ek jwalamukhi ban chuki hai aur aane waale kucch samay mein iss bhrastachari atyachari paapi sarkar ko jala degi.
ReplyDeleteएक भावुकतापूर्ण लेख | ये सब सही है लेकिन बाबा बडबोला, झूठा और नोटंकीबाज़ भी है |
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