फेस बुक ने हमारे जैसे ठलुओं का कल्याण कर दिया है . इसने हमें वो आजादी दी जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते थे . भगवान् ने दो ही किस्म के प्राणी आज़ाद पैदा किये . एक हिन्दू और एक ये फेसबुकिये . जी हाँ हिन्दुत्व ही एक मात्र ऐसा धर्म है जिसने अपने चेलों को पूरी आजादी दी है ........भगवान् ने जब हिन्दू बनाया तो उसे बोला .....जा बेटा ,ऐश कर .......... जिसे मर्जी पूजना है पूज .....और जिसपे चाहे .......... मूत दे ...... जा तुझे 33 करोड़ देवी देवता दिए ......पूज जिसे मर्ज़ी , और इनमे कोई भी पसंद ना आये तो नए बना ले .........33 करोड़ आइटम का बुफे ......साथ में alacart भी .....वाह .....और उसपे सोने में सुहाग क्या ? जैसे मर्जी पूज ....कोई fixed पूजा पद्धति नहीं ...... आरती उतार , हवन कर , नंगा घूम , सर मुड़वा ले , जटा जूट रख ले . बकरा काट के बलि चढ़ा . दारु की बोतल चढ़ा , फिर छक के पी .....या फिर कोई नया तरीका निकाल ले भक्ति का ....जैसे यहाँ पंजाब में निकाल रखा है लोगों ने ....जागरण कराने का .....भक्ति की भक्ति ....बिजनेस का बिजनेस ......... इसके अलावा कोई fixed किताब नहीं .....वेद , उपनिषद , पुराण , गीता , रामायण , ऐसी न जाने कितनी हैं .........और इनमे से कोई पसंद नहीं ....कोई बात नहीं ......नयी लिख ले बेटा ....अपने लिए .
जो आजादी हमें हिन्दुओं को दी भगवान् ने , वो अल्लाह मियाँ ने नहीं दी मुसलामानों को . इस मामले में बड़ा तंग दिल और संग दिल निकला अल्लाह . ले दे के एक किताब , एक अल्लाह और बस फकत एक पैगम्बर , यहाँ हम साले रोज़ नया पैगम्बर पैदा कर देते हैं .........आंबेडकर भगवान् हो गए , कुछ दिन में मायावती हो जाएँगी , रजनीकांत हैं ही साउथ में . मुंबई में बाल ठाकरे हुआ करते थे . इस्लाम में पैगम्बर को और किताब को गरिया नहीं सकते .......blesphemy का कानून लागू हो जाता है .......या फिर लोगबाग खुद ही कानून बना के काट देते हैं बन्दे को ........हिन्दुत्व में इस मामले में बड़ी आजादी है ....जिसे मर्जी खरकचो .......जम के गरियाओ ....एकदम बिंदास .....कोई साला क्या उखाड़ लेगा .......और अगर कोई रोके टोके तो उसे भी गरियाओ .......कालर पकड़ लो .......कौन है बे तू .......तू कब का ठेकेदार हुआ बे हमारा .....हम ठहरे आज़ाद मुल्क के आज़ाद बाशिंदे .....हिन्दू धर्म ने अपने अनुयायियों को बेइन्तहा आजादी दी , सोचने की , समझने की , व्याख्या की , नयी सोच पैदा करने , संशोधन करने की आलोचना करने की और नकार देने की . हिन्दुत्व समय के साथ बदलता रहा , grow करता रहा . यहाँ महावीर हुए , बुद्ध हुए , फिर वामी हुए .....वाम मार्ग यानी लेफ्टिस्ट ( गुरुदत्त का विख्यात उपन्यास वाममार्ग पढ़ें ) जिन्होंने फ्री और open sex को प्रमोट किया .......एक तरफ जहां सांख्य और मीमांसा हुए तो चार्वाक भी हुए .......और अभी हाल ही में नानक और गुरु गोविन्द हुए .......ये सब हिन्दुत्व की independence के Byeproducts हैं . पर इधर सिख कुछ कुछ इस्लाम की तरह behave करने की कोशिश कर रहे हैं .......अभी आवाज़ उठी है की यदि कोई गुरु ग्रन्थ साहब का अपमान करता है तो धारा 302 में मामला दर्ज होना चाहिए ............ क्योंकि किसी चूतिया टाइप सुप्रीम कोर्ट के जज ने फैसला दिया होगा कभी , की ग्रन्थ साहब एक Living guru हैं .........सो SGPC के कोई महानुभाव बोल रहे हैं की गुरु का अपमान करने पे 302 लगाओ .....मैंने एक जगह कह दिया , अबे 302 तो हत्या करने पे लगती है ....... अपमान करने पे तो यूँ ही compromise हो जाता है .......इसके बाद मैंने किसी तरह जान बचाई वरना उनपे 302 ज़रूर लग जाता . ........ blesphemy वाले कानून की बू आती है इसमें ........पंजाब को पाकिस्तान बनाना चाहते हैं सरदार जी लोग .
तो साहब , दरअसल बात शुरू हुई थी फेसबुक से . सो इन्टरनेट ने नया दीन ईजाद किया है .........facebookism ...........पूरी आजादी है भैया .........जिसे मर्ज़ी पूजो और जिसे मर्जी गरियाओ .......पर इस्लाम और सोनिया को ये आजादी रास नहीं आ रही है ........ ईश निंदा बर्दाश्त नहीं ..........एक बार हरिद्वार के कुम्भ मेले में कोई धर्म संसद बैठी और उसमे किसी ढोंगी शंकराचार्य ने सुझाव रखा की जैसे सिखों को अकाल तख़्त और मुसलामानों को मक्का से कण्ट्रोल किया जाता है वैसे ही हिन्दुओं की भी एक शीर्ष संस्था होनी चाहिए जो हिन्दुओं पे नियंत्रण रखेगी .......... तो हमारे जैसे आज़ाद पंछियों ने तुरंत जवाब दिया की तू है कौन बे हमें कण्ट्रोल करने वाला .........साले तेरी दाढ़ी और तेरा ये धर्म , दोनों तेरे चूतड़ों में डाल देंगे .......... हम फेसबुक पे ये बता देते हैं की कोई हमारा ठेकेदार बनने की कोशिश ना करे
भारत सरकार फेसबुक , ट्विटर और सोशल मीडिया की आजादी और बढ़ती हुई ताकत से बेहद डरे हुए हैं . पूरी दुनिया में इस्लाम और मुहम्मद साहब के खिलाफ बोलने और इनकी आलोचना करने की हिम्मत कोई जुटा नहीं पाता था कल तक ............ आज लोगबाग खुल के बोल रहे हैं ........ इस्लाम ने आज तक मुसलमानों को इतना दबा के, कुचल के और डरा के रखा की वो कभी अपनी विसंगतियों के बारे में सोच समझ ही नहीं पाए ........... पर इन्टरनेट , youtube और फेसबुक ने अचानक सब कुछ खोल के रख दिया है ......अब लोगबाग खुल के लिख बोल रहे हैं और मुसलमानों समेत सारी दुनिया पढ़ सुन रही है ......मुस्लिम लीडरशिप को डर है की कहीं मुसलमान की आँख न खुल जाए .........कही उसे भी हिन्दुओं वाली आजादी की लत न पड जाए .........कल को कोई बच्चा भरी महफ़िल में ये न कह बैठे की , अरे .....राजा तो नंगा है , और राजा नंगा है , ये बात उस बच्चे को सिर्फ सोशल मिडिया ही बता सकता है .......... मुस्लिम लीडरशिप ने खतरा भांप लिया है . वो सरकार पे इन्टरनेट और सोशल मिडिया को दबाने के लिए दबाव डाल रही है .......... दूसरे भारत सरकार और खुद सोनिया गाँधी , सोशल मीडिया में भ्रष्टाचार पे अपनी आलोचना से परेशान हैं . कोढ़ में खाज यूँ हो गयी है की नरेन्द्र मोदी सोशल मीडिया में बेहद लोकप्रिय हैं और राहुल बाबा एकदम फिसड्डी .......... भारत सरकार मुस्लिम तुष्टीकरण और खुद अपना उल्लू सीधा करने के लिए सोशल मीडिया को नियंत्रित करना चाहती है . आगे आगे देखिये होता है क्या ????
जो आजादी हमें हिन्दुओं को दी भगवान् ने , वो अल्लाह मियाँ ने नहीं दी मुसलामानों को . इस मामले में बड़ा तंग दिल और संग दिल निकला अल्लाह . ले दे के एक किताब , एक अल्लाह और बस फकत एक पैगम्बर , यहाँ हम साले रोज़ नया पैगम्बर पैदा कर देते हैं .........आंबेडकर भगवान् हो गए , कुछ दिन में मायावती हो जाएँगी , रजनीकांत हैं ही साउथ में . मुंबई में बाल ठाकरे हुआ करते थे . इस्लाम में पैगम्बर को और किताब को गरिया नहीं सकते .......blesphemy का कानून लागू हो जाता है .......या फिर लोगबाग खुद ही कानून बना के काट देते हैं बन्दे को ........हिन्दुत्व में इस मामले में बड़ी आजादी है ....जिसे मर्जी खरकचो .......जम के गरियाओ ....एकदम बिंदास .....कोई साला क्या उखाड़ लेगा .......और अगर कोई रोके टोके तो उसे भी गरियाओ .......कालर पकड़ लो .......कौन है बे तू .......तू कब का ठेकेदार हुआ बे हमारा .....हम ठहरे आज़ाद मुल्क के आज़ाद बाशिंदे .....हिन्दू धर्म ने अपने अनुयायियों को बेइन्तहा आजादी दी , सोचने की , समझने की , व्याख्या की , नयी सोच पैदा करने , संशोधन करने की आलोचना करने की और नकार देने की . हिन्दुत्व समय के साथ बदलता रहा , grow करता रहा . यहाँ महावीर हुए , बुद्ध हुए , फिर वामी हुए .....वाम मार्ग यानी लेफ्टिस्ट ( गुरुदत्त का विख्यात उपन्यास वाममार्ग पढ़ें ) जिन्होंने फ्री और open sex को प्रमोट किया .......एक तरफ जहां सांख्य और मीमांसा हुए तो चार्वाक भी हुए .......और अभी हाल ही में नानक और गुरु गोविन्द हुए .......ये सब हिन्दुत्व की independence के Byeproducts हैं . पर इधर सिख कुछ कुछ इस्लाम की तरह behave करने की कोशिश कर रहे हैं .......अभी आवाज़ उठी है की यदि कोई गुरु ग्रन्थ साहब का अपमान करता है तो धारा 302 में मामला दर्ज होना चाहिए ............ क्योंकि किसी चूतिया टाइप सुप्रीम कोर्ट के जज ने फैसला दिया होगा कभी , की ग्रन्थ साहब एक Living guru हैं .........सो SGPC के कोई महानुभाव बोल रहे हैं की गुरु का अपमान करने पे 302 लगाओ .....मैंने एक जगह कह दिया , अबे 302 तो हत्या करने पे लगती है ....... अपमान करने पे तो यूँ ही compromise हो जाता है .......इसके बाद मैंने किसी तरह जान बचाई वरना उनपे 302 ज़रूर लग जाता . ........ blesphemy वाले कानून की बू आती है इसमें ........पंजाब को पाकिस्तान बनाना चाहते हैं सरदार जी लोग .
तो साहब , दरअसल बात शुरू हुई थी फेसबुक से . सो इन्टरनेट ने नया दीन ईजाद किया है .........facebookism ...........पूरी आजादी है भैया .........जिसे मर्ज़ी पूजो और जिसे मर्जी गरियाओ .......पर इस्लाम और सोनिया को ये आजादी रास नहीं आ रही है ........ ईश निंदा बर्दाश्त नहीं ..........एक बार हरिद्वार के कुम्भ मेले में कोई धर्म संसद बैठी और उसमे किसी ढोंगी शंकराचार्य ने सुझाव रखा की जैसे सिखों को अकाल तख़्त और मुसलामानों को मक्का से कण्ट्रोल किया जाता है वैसे ही हिन्दुओं की भी एक शीर्ष संस्था होनी चाहिए जो हिन्दुओं पे नियंत्रण रखेगी .......... तो हमारे जैसे आज़ाद पंछियों ने तुरंत जवाब दिया की तू है कौन बे हमें कण्ट्रोल करने वाला .........साले तेरी दाढ़ी और तेरा ये धर्म , दोनों तेरे चूतड़ों में डाल देंगे .......... हम फेसबुक पे ये बता देते हैं की कोई हमारा ठेकेदार बनने की कोशिश ना करे
भारत सरकार फेसबुक , ट्विटर और सोशल मीडिया की आजादी और बढ़ती हुई ताकत से बेहद डरे हुए हैं . पूरी दुनिया में इस्लाम और मुहम्मद साहब के खिलाफ बोलने और इनकी आलोचना करने की हिम्मत कोई जुटा नहीं पाता था कल तक ............ आज लोगबाग खुल के बोल रहे हैं ........ इस्लाम ने आज तक मुसलमानों को इतना दबा के, कुचल के और डरा के रखा की वो कभी अपनी विसंगतियों के बारे में सोच समझ ही नहीं पाए ........... पर इन्टरनेट , youtube और फेसबुक ने अचानक सब कुछ खोल के रख दिया है ......अब लोगबाग खुल के लिख बोल रहे हैं और मुसलमानों समेत सारी दुनिया पढ़ सुन रही है ......मुस्लिम लीडरशिप को डर है की कहीं मुसलमान की आँख न खुल जाए .........कही उसे भी हिन्दुओं वाली आजादी की लत न पड जाए .........कल को कोई बच्चा भरी महफ़िल में ये न कह बैठे की , अरे .....राजा तो नंगा है , और राजा नंगा है , ये बात उस बच्चे को सिर्फ सोशल मिडिया ही बता सकता है .......... मुस्लिम लीडरशिप ने खतरा भांप लिया है . वो सरकार पे इन्टरनेट और सोशल मिडिया को दबाने के लिए दबाव डाल रही है .......... दूसरे भारत सरकार और खुद सोनिया गाँधी , सोशल मीडिया में भ्रष्टाचार पे अपनी आलोचना से परेशान हैं . कोढ़ में खाज यूँ हो गयी है की नरेन्द्र मोदी सोशल मीडिया में बेहद लोकप्रिय हैं और राहुल बाबा एकदम फिसड्डी .......... भारत सरकार मुस्लिम तुष्टीकरण और खुद अपना उल्लू सीधा करने के लिए सोशल मीडिया को नियंत्रित करना चाहती है . आगे आगे देखिये होता है क्या ????
hahah. Pehla para mast hai.
ReplyDeleteधारदार!! FACEBOOK GAIR ISLAMI HAI... BIJLI, STOVE, TRAIN, LOUDSPEAKER, PRINTING NA HAIN???
ReplyDeleteकुछ ने वेदों को ब्रह्म वाक्य कहा तो दूसरों ने उनपर सवाल खड़े हुए टीकाओं भरे ग्रंथ के ग्रंथ लिख डाले...
ReplyDeleteखड़े हुए = खड़े करते हुए
ReplyDeletenot politically correct at all!
ReplyDeletebrutally honest.