Tuesday, January 1, 2013

सवारी अपने सामान की आप जिम्मेवार है......अथ रेप पुराण ....भाग 4

                                         एक मेंडक था ....frog .....वो एक कुए में रहता था ....well में .....यू नो वेल  .....एक बड़ा सा गड्ढा होता है ....उसमे पानी होता है ........पर हमारे डेल्ही में तो नहीं  होता है ...........कोई बात नहीं हो जायेगा .........तो उसको .......मेंडक को  .......लगता था कि  यही दुनिया है ....और इसके ऊपर जो आसमान दीखता है ....बस उतना ही बड़ा होता है आसमान ...........महामहिम  के  सांसद बेटे ने फरमाया कि  दिल्ली में dented painted प्रदर्शन चल रहा है .....अब लोग बाग़ बहुत नाराज़ हो गए उस बेचारे पे .....जबकि बात उसने 16 आने सच कही थी .........ये जो दिल्ली में छाती पीट रहे हैं न .........वी  वांट जस्टिस , वी  वांट जस्टिस ..........साला  जस्टिस न हुआ भागलपुर का भंटा हो गया ....गए और ले  आये पाव  भर .........वी  वांट जस्टिस ........ये सब साले कुए के मेंडक है ........ये दिल्ली में रहते हैं .......दिल्ली में नहीं ......दिल्ली तो इनके बाप ने भी नहीं देखी  होगी कभी .........ये अशोक विहार और डिफेन्स कॉलोनी में रहते हैं .......और ये चाहते हैं कि  दिल्ली पुलिस और सोनिया गाँधी इनकी सुरक्षा करेगी .........तुम साले fools  paradise में रह रहे हो ........ज़मीनी हकीकत से तुम्हारा कभी वास्ता ही नहीं पड़ा ..........अबे कुए के मेंडक ...सुन ........
                                हिन्दुस्तान में 120 करोड़ लोग रहते हैं ........एक एक आदमी के 14-14 बच्चे होते हैं .....5-7 तो आम बात है आज भी गाँव में .........वहाँ बच्चों को पाला  नहीं जाता .........पैदा कर के बस यूँ ही छोड़ दिया जाता है ..........कुछ मर खप जाते हैं .....कुछ बच  जाते हैं .....शिक्षा और संस्कार गया तेल लेने .......वहाँ बस जिंदा रहने की होड़ होती है .........और उसमे जो जीत जाते हैं वो एक दिन ट्रेन पकड़ के चले आते हैं तुम्हारे पास ........तुम्हारे शहर में ....जीने खाने ..........और तुम साले ......तुम्हे कौन बैठा है संस्कार देने .....शिक्षा तो टूटी फूटी मिल भी जाती है तुम्हारे इन स्कूलों में ....पर संस्कार ????? और फिर इस भीड़ में से कुछ जानवर ....कुछ उस वर्ग के और कुछ तुम्हारे वर्ग के ( याद है वो संतोष कुमार सिंह .....पुलिस के IG का बेटा  था ,  LLB   कर रहा था ,  DU से ....कैसे घर में घुस के उसने उस लड़की को मार था जिसे वो परेशान करता था ....पढ़ा लिखा , अच्छे  घर का संस्कार विहीन जानवर  )  .....दोनों संस्कार विहीन .........ये सड़कों पर छुट्टा घूम रहे हैं ...हज़ारों लाखों की संख्या में ....पूरे देश में .....जैसे discovery चैनल के भेड़िये ....नवजात बछड़े के ताक में ........और बछड़ा  चाहता है कि  दिल्ली की पुलिस और शीला दीक्षित आयेगी इनको बचाने ......इन भेड़ियों  से ........बस की खिड़की से काली पन्नी उतरवाने से रुक जायेगा बलात्कार ........cc tv से रुक जायेगा .........अबे 90% बलात्कार और यौन शोषण तो तुम्हारे घर परिवार मोहल्ले , यार , दोस्त , रिश्तेदार , पडोसी ,बाप , भाई करते हैं ......उनसे बचाने के लिए कौन सा SHO आएगा  दिल्ली पुलिस का  ??????? और दिल्ली पुलिस ......वो क्या तुम्हारी सेवा करने के लिए  भर्ती हुआ है ??? सिपाही 5 लाख दे के , ASI  20 लाख दे के और DSP एक करोड़ दे के भर्ती होता है .........उसका पूरा ध्यान इस पैसे की वसूली में होता है ........वो आयेगा तुम्हारी रक्षा करने .........कृष्ण  जी आएंगे ....और द्रौपदी की साड़ी साली  200 मीटर लम्बी कर देंगे  ......क्रिशन जी के बाप की मिल है साड़ी  की ???????
                               भाई मेरे ......बहन मेरी  , कोई नहीं आयेगा तुझे बचाने , न दिल्ली पुलिस , न शीला दीक्षित और न कृष्ण  जी ................ बेटा  ...सवारी अपने सामान की आप  जिम्मेवार है .....चलती बस से शरीर का कोई अंग बाहर न निकालें ..........


                                                                                                             CONTINUED








7 comments:

  1. कृप्या अभद्र भाषा का प्रयोग ना करे हिँदी भाषा हमारी सान हैँ इसे ...

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  2. बहुत अच्छा है सर जी. आपने बिलकुल वैसे ही लिखा है जैसे हम घर पे बैठ के बात कर रहे हो..आमने सामने...अपने दिल की अनंतिम भडास निकाल रहे हों...भाषा और उसकी शैली गयी तेल लेने...है न !! आपको फिर से ब्लॉग पर एक्टिव देख कर बहुत प्रसन्नता हुई.

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  3. बहुत सही बात कही है आपने .सार्थक भावनात्मक अभिव्यक्ति शुभकामना देती ”शालिनी”मंगलकारी हो जन जन को .-2013

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  4. sadly you lack facts here. And it is more becoming like an emotional rant Ajit Ji. Agar 2014 me ye sarkar jaaegi (agar) to likh lijiye ki ye jo Delhi me log dharne-pradarshan kar rahe hain, inka sabse bada haath hoga.

    And I fail to understand what are you opposing here. Sadly, this is for the first time, I did not like what you have written.

    Jai Hind!

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  5. tarun read all the four posts on the subject ........कितना भी सख्त कानून क्यों न बन जाए ........rapes wont stop .........its a very very complex issue ......study stats .....majority of cases involve close family ......people dont report real cases ....delhi case was extremely brutal .....had it been a simple assault .....i m sure the girl would have hushed the matter .....this new rape law will be the most misused law .....just to settle scores with people ....

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  6. Its just not about rape. Its more about the system we have been living all these years. This law, if comes into picture, will definitely be misused. The way people are misusing Dowry Law. But all your posts look pessimistic to me.

    P.S. I never miss anything written by you

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  7. bhagwan ne dimag diya hai insaan ko...koi sahi istemaal karta hai to koi galat isliye law ka misuse hona lazimim hai...fresh example apne saath hi hua....kuch din pehle hi main apne ek senior ke saath unke car se delhi se wapis aa raha thaa raat ko....kahin ek red light pe gaadi roki hamne ..tabhi ek young ladki aur ek ladka aaye hamare paas ...Sir mahipalpur tak lift de doge ?
    humne lift nahi diya...!!
    par ek baar yeh baat dimag se jarur cross kar gayi ki kya bharosa ab kisi ka...kahi agar lift de bhi diya hota aur beech mein ladki blackmail kar deti ki paise lao warna halla macha dungi....Baat wahi ho jaati ki "khaya piya kuch nahi, Glass toda baarah aane ka"...

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