Monday, February 4, 2013

मुस्लिम वोट का समाज शास्त्र

बात यूँ है की इतने बड़े मुल्क में ले दे के दो ही तो समाज शास्त्री थे . एक अपने नंदी साहब और एक मैं . अब नंदी साहब तो रहे नहीं .वो तो वहाँ जयपुर में literfest में फ़ौत  हो गए .........अच्छे भले ठीक ठाक थे .अच्छा खासा lecture दे रहे थे . पर वहीं न जाने क्या हुआ , बेचारे के मुह में कपड़ा ठूंस दिया लोगों ने . दम घुट गया बेचारे का . इंतकाल फरमा गए . अब ले दे के मैं बचा हूँ ,सारी  जिम्मेवारी अब मेरे ही ऊपर है . चिंतन मनन करने की .  जब से सच्चर कमिटी की रिपोर्ट आई है लोगबाग परेशान हैं . और मुद्दा सचमुच है भी परेशानी का . सच्चर साहब ने कह दिया की मुसलमान हर field में पिछड़ा है . हर parameter से पिछड़ा है . अब सच्चर साहब ने कोई नई बात तो कही नहीं .सब जानते हैं .हम भी जानते हैं मुसलमान भी जानता है .कि वो पिछड़ा है .क्यों पिछड़ा है , ये पूरी तरह समाज शास्त्र का विषय है। डाक्टर को मरीज से सच बोलना पड़ता है . और सच बोलने पे लोग बाग़ बेचारे के मुह में कपड़ा ठूंस देते हैं .
                                       असहिष्णु समाज में सच बोलना खतरे से खाली नहीं . पर अगर समस्या को हल करना है तो सच तो बोलना ही पड़ेगा . और सच ये है की मुसलमान के पिछड़ने का पहला कारण अशिक्षा .जो  पढ़ लिख जाएगा वो पिछड़ा रह ही नहीं सकता . मुसलमान का मदरसा बंद करो और उसे अनिवार्य रूप से modern education दो . जो नहीं मानता उसे चार हाथ लगा के , साले को बाँध के पढ़ाओ . दूसरा ...परिवार नियोजन ......... बीवी एक बच्चे दो . जिस परिवार में 14 बच्चे होंगे वो क्या खाक तरक्की करेगा .तीसरा , पर्दा .....मुसलमान औरत को परदे से बाहर निकालो और उसे पढाओ . चौथा .....मुसलमान को समाज की मुख्य धारा में शामिल करो . उसे बताओ की अब तू कुछ दिन मियाँ जी न बन , भाई साहब बन जा . उसकी लुंगी उतार के पैंट पहनाओ . तुर्की टोपी उतारो . शेव करो . साले को फ्रेंच कट रखाओ .ये लम्बी लम्बी मूछ रखाओ .पर ये दाढ़ी बढ़ा के  मूछ मुड़ाने वाला सिस्टम बंद करो . उसे समझाओ की तू कुछ दिन के लिए आदमी बन जा . तुझे देख के ये पता न लगे की तू मुसलमान है . तू एक आम हिन्दुस्तानी बन जा . उसकी जुमे की नमाज़ बंद कराओ . बोलो मस्जिद में नहीं , जा घर में पढ़ . जुमे को वो मौलाना की तक़रीर का जो वीकली डोज़ है उसे बंद करो . हर हफ्ते बेचारे को गरम कर देते हैं ...........कुछ दिन ठंडा होने दो . जिस दिन मुसलमान ठंडा हो गया , पढ़ लिख गया , समाज की मुख्य धारा में शामिल हो गया , उस दिन अपने आप अगड़ा हो जायेगा , खायेगा पीएगा तगड़ा हो जाएगा .
                                         देखो भैया , हम तो डाक्टर हैं .हमने तो blood test किया था . जो रिपोर्ट आई पढ़ के सुना दी . दवाई का पुर्जा लिख दिया . लो करा लो इलाज .पर इसमें एक दिक्कत है . वो यूँ की मुसलमान तो बेचारा परेशान है .उसका तो पेट जल रहा है .वो तो करा भी लेगा इलाज . पर उसके जो बाप लोग बैठे हैं न , ठेकेदार बन के , वो नहीं कराने देंगे . मौलाना न उसे पढने देगा , न नसबंदी कराने देगा , न उसकी बीवी को बुर्का उतारने देगा न उसकी तुर्की टोपी उतरने देगा . बुरका और टोपी उतारते ही इस्लाम खतरे में जो पड़  जाता है . पकिस्तान में पूरी किरकिट टीम को दाढ़ी रखवा दी मौलाना ने . और अगर मौलाना इन चार इलाज पे मान भी जाए तो ये जो उसके बाप बैठे हैं न . लालू , मुलायम , नितीश कुमार और सोनिया गांधी जैसे लोग  , ये नहीं होने देंगे .क्योंकि पढ़ा लिखा अगड़ा तगड़ा मुसलमान इन्हें सूट नहीं करता . क्योंकि इन्हें चाहिए मुसलमान का वोट , वो भी थोक में . अब थोक में कौन वोट देगा . भेंड बकरियों के रेवड़  हुआ करते हैं  . शेर तो अकेला ही मस्त पड़ा रहता है जंगल में . जाहिल , अनपढ़ ,दबा कुचला और डरा सहमा  आदमी ही Ghettos में झुण्ड बना के रहता है . हमारी पोलिटिकल लीडरशिप को भी डरा सहमा मुसलमान ही सूट  करता है। वो जो बीजेपी और RSS से डरा रहे , और कांग्रेस ,सपा , बसपा,और JDU को थोक में वोट देता रहे . और मुसलमान को डराने का सबसे बड़ा हथियार इन लोगों ने मोदी को बना दिया है .......... वो देखो .......मोदी आ रहा है ....... तुम्हे कच्चा खा जाएगा . बीजेपी ......तुम्हे कच्चा खा जाएगी .....इसलिए हमें वोट दो ........ और बेचारा मुसलमान इनके झांसे में आ के इन्हें एकमुश्त वोट डाल आता है।
                                      बचपन में landline फोन हुआ करते थे . हमारे शहर में एक लाला जी हुआ करते थे . उनको हम लोग फोन करके छेड़  देते थे। और फिर वो शुरू हो जाते . ये मोटी  मोटी  गालियाँ देते . चीखते चिल्लाते . हमें बड़ा मज़ा आता .अपना तो फ्री का entertainment था . फिर हमने उनका नंबर अपने और कई दोस्तों  को दे दिया। कुछ दिन पूरे शहर ने उनके मजे लिए . पर कुछ महीनों बाद वो कुछ बीमार पड़  गए और उन्होंने गद्दी पे बैठना छोड़ दिया . अब उस नंबर पे फोन करने पे कोई रेस्पोंस न मिलता . एक आदमी था जो तुरंत फोन काट देता था . हमारा entertainment बंद हो गया . हमने भी फोन करना बंद कर दिया .
                                       डरा सहमा मुसलमान , जाहिल बन कर, जब तक इन पार्टियों को एकमुश्त वोट देता रहेगा , ये तब तक उसे जाहिल ही बना के रखेंगी .डरा सहमा जाहिल मुसलमान कांग्रेस को सूट करता है .पढ़ा लिखा अगड़ा तगड़ा मुसलमान BJP को सूट करता है .  गुजरात में मुसलमान ने मोदी और बीजेपी के राज में रह के देख लिया है .अब वहाँ उसे बीजेपी और मोदी से डर नहीं लगता। इसी लिए वहाँ 32% मुसलामानों ने बीजेपी को वोट दिया है . जिस दिन वो कांग्रेस को एक मुश्त वोट देना बंद कर देगा , इनके किसी काम का नहीं रहेगा . और इनके चंगुल से छूट जायेगा .




































 

4 comments:

  1. Truth is always difficult to digest...jab tak India main casteism/religionism rahega tab tak ye siyasi tatoo vote bank ka naach nachate rahenge...logon ko chahiye to cm out of dere comfort zones n become aware of d reality by acquiring knowledge and get self dependent :)

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  2. बहुत अच्छा विश्लेषण !!

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  3. सटीक टिपण्णी....!!!!
    बढ़िया इलाज़ ....

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