Friday, February 3, 2012

मलेर कोटला का दंगा ....और मीडिया हो गया नंगा

                                       दोस्तों , आज की पोस्ट एक hypothetical  question  से शुरू कर रहा हूँ ... कल्पना कीजिये कि कुछ हिन्दू या हिंदूवादी संगठन कुरआन शरीफ के कुछ पन्ने जला दें .....तो क्या होगा .........निश्चित बात है की आस्मां टूट पड़ेगा .........मुसलमान आपे से बाहर हो जायेंगे ........कांग्रेस , सपा बसपा और बाकी सब सेकुलर पार्टियाँ गला फाड़ फाड़ के चिल्लायेंगे , विहिप , बजरंग दल और संघ की साज़िश घोषित हो जाएगी , बाजपा को पानी पी पी के गरियाएंगे सारे अखबार और खबरिया चैनल ............पूरे देश और दुनिया भर में मुसलमान दंगा फसाद , धरना प्रदर्शन करने लगेंगे .....अपने दिग्गी राजा ....अर्थात   दिग्विजय सिंह जी का बयान आ जायेगा तुरंत ......इसमें  रामदेव का हाथ है ...वो तो ठग है ........
                                         तो ये तो थी साहब आज की पोस्ट की भूमिका ........हुआ दरसल यूँ है की 2 -3  दिन पहले की बात है ....यहाँ पंजाब में लुधियाना जिले में एक क़स्बा है मलेर कोटला ....वो पंजाब का एकमात्र मुस्लिम बहुल क्षेत्र है ..........पिछले साल एक सिरफिरे अँगरेज़ पादरी ने वहाँ कहीं यूरोप में घोषणा की थी कि वो कुरान शरीफ के पन्ने जलाएंगे ....बस घोषणा भर की थी , सो यहाँ के मुस्लिम भाई लोगों ने एक चर्च फूंक दी थी और थोडा दंगा फसाद भी किया था .......सो 2 -3  दिन पहले मलेर कोटला में बस यूँ ही अफवाह फैली कि कुछ ईसाईयों ने कुरआन शरीफ जला दिया है ...... फिर क्या होना था .......भाई लोग सड़कों पे उतर आये ....ट्रक और बसें फूंक दी .......गाड़ियां फूंक दी , स्कूटर मोटर साईकिल जला दिए .........दुकानों को आग लगा दी ....राह चलते लोगों को पीटा .........दो दिन तक दंगा फसाद होता रहा ......पूरे इलाके की मार्केट बंद रही ............फिर प्रशासन  हरकत में आया .....लुधियाना से कोई बड़े मौलवी साहब आये ....तहकीकात हुई तो पता चला कि ऐसा कुछ नहीं हुआ था ......कुछ लोग सेब के पेटी जला के आग सेक रहे थे ....उसमे कोई उर्दू का अखबार भी था ....वो जल गया था ....बस इतनी सी बात पे फसाद  हो गया ......पर एक बात काबिले तारीफ रही ........मसलमान पीट रहे थे .....बेचारे ईसाई पिट रहे थे .....पर हमारे सेकुलर मीडिया और खबरिया channels  ने चर्चा तक नहीं की  ....किसी को कानोकान खबर तक न हुई ..........गोपनीयता का ये आलम रहा कि हम लोग घटना स्थल से मात्र 50  किलोमीटर पर बैठे हैं .........हमें यानी स्थानीय लोगों को भी पता नहीं चला ........खैर बड़ा अच्छा हुआ .....स्थिति सम्हल गयी ...वरना पूरे देश में कई दिन बवाल रहता ........अब सोचिये ज़रा .....अगर इसमें कोई एक भी पक्ष हिन्दू रहा होता .......तो हमारा यही मीडिया सारी मर्यादा और गोपनीयता भूल कर ....छत पे चढ़ के चिल्लाता ........ दिग्विजय सिंह छाती पीट पीट के रोते .......युवराज कहते उन्हें शर्म आती है ......तीस्ता सीतलवाड और अरुंधती रॉय पूरा लाव लश्कर ले के मलेर कोटला पहुँच जाती .........    बहरहाल स्थिति फिलहाल काबू में है .....पुलिस ने मामला दबा दिया है .......लोगों को खुश करने के लिए 3 आदमियों को गिरफ्तार कर लिया .......उर्दू का रद्दी अखबार जला कर हाथ सकने के जुर्म में ......स्थिति तनावपूर्ण पर नियंत्रण में है ...........

5 comments:

  1. ..मसलमान पीट रहे थे .....बेचारे ईसाई पिट रहे थे .....पर हमारे सेकुलर मीडिया और खबरिया channels ने चर्चा तक नहीं की ....किसी को कानोकान खबर तक न हुई .....
    aur manvadhikari kaha gaye...

    jai baba banaras....

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  2. .स्थिति तनावपूर्ण पर नियंत्रण में है ...........

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  3. भाई जी, भारत में एक मलेर कोटला नहीं हैं,जैसे-जैसे समय बीत रहा है, रोज नए-नए मलेर कोटला पैदा हो रहे हैं। और यही सही है कि अभी भी स्थिति तनावपूर्ण पर नियंत्रण में है...........और एक समय आएगा कि तब भी स्थिति तनावपूर्ण पर नियंत्रण में होगी लेकिन किसके नियंत्रण में?? अरे इन लादेन के वंशजों के नियंत्रण में और किसके!!

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  4. कुछ तो समाधान होगा , सोचे , विमर्श करे |
    जाग्रत हो , दुसरो को जाग्रत करे |

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