मित्रों ,
आपको याद होगा कि Oct 2014 में जब उदयन शुरू हुआ तो भाकपा - माले के लाल झंडा धारियों ने मुसहर बस्ती के मुसहरों को बहुत भड़काया । उन्हें ये डर था कि उदयन के रूप में RSS मुसहर बस्ती में प्रवेश कर रहा है । हालांकि उन दिनों हमने भी इसे एक पंथ और राजनीति निरपेक्ष स्वयंसेवी संस्था के रूप में ही प्रस्तुत किया था । जो पहली टी शर्ट आई उदयन में , वो भी सफ़ेद थी ।
पर जल्दी ही हैदराबाद से योगेश भाई ने भगवा रंग की टी शर्ट बनवा के भेज दी ।
कम्युनिस्ट lobby तुरंत सक्रिय हुई ........ लाल झंडा धारी नेताओं की सभा हर तीसरे दिन होने लगी मुसहर बस्ती " शिव पुरी " में । इसी बीच न जाने क्यों और कैसे , facebook पे भी कौमियों ने उदयन के खिलाफ एक अभियान छेड़ दिया और बाकायदा नाम ले कर उदयन को निशाना बनाया गया ।
खूब प्रलाप हुआ । मेरे खिलाफ विष वमन हुआ । उदयन में आदिवासी लड़कियों और महिलाओं के यौन शोषण और खरीद फरोख्त तक के आरोप लगाए गए ।
इधर एक दिन , अचानक , शिवपुरी के सभी बच्चों ने उदयन स्कूल आना बंद कर दिया ।
पता लगाया कि क्या हुआ भैया ???????₹
आवाज़ आई कि पूरी बस्ती में फरमान जारी हुआ है कि कोई बच्चा उदयन नहीं जाएगा और सभी सरकारी स्कूल में ही जाएंगे ?
क्यों ???????
क्योंकि अजीत सिंह उदयन के बहाने मुसहर बस्ती की पूरी जमीन कब्जा कर लेंगे .........
पूरे 4 दिन तक कोई नहीं आया । फिर साधू दादा ने एक दिन खड़े हो के कह दिया , कोई जाए चाहे न जाए , मेरे बच्चे तो जाएंगे ..........
लोगों ने कहा , दादा ....... बिरादरी से बिद्रोह कर रहे हो ....... हुक्का पानी बंद हो जाएगा .......
साधू दादा ने गुस्से में आ के , झोपडी पे लगा लाल झंडा नोच के फेंक दिया और बच्चों को उदयन में ले आये ........... अगले दो दिन में बाकी बच्चे भी आ गए .......... आज डेढ़ साल बाद , पूरी मुसहर बस्ती में , सिर्फ दो घरों पे लाल झंडा लगा है ........... हमने सफलता पूर्वक मुसहर बस्ती से भाकपा - माले को उखाड़ फेंका है ।
इसके बाद जो दूसरा challenge हमारे सामने था , वो था मुसहर बस्ती को ईसाई मिशनरियों की गिद्ध दृष्टि से बचाना । इसमें सफलता तब मिली जब आज से कोई 6 महीने पहले , मुसहर बस्ती के लड़कों ने एक ईसाई agent को , जो वहाँ अक्सर आ के उठता बैठता था , ढेला चिक्का मार के लखेद दिया , ये कह के , कि आज के बाद लौक गए बेटा , तो मार के टांग तोड़ दी जायेगी ।
इस क्रम में सबसे सुखद समाचार ये सुनने को मिला कि इस नवरात्रि में , शिव पुरी के हमारे भाइयों ने बड़ी संख्या में पूरे 9 दिन व्रत रखा ......... भीषण गर्मी और गेहूं की कटाई का season होने के बावजूद सभी महिलाएं व्रत पे थीं ........ पूरे 9 दिन , बस्ती में किसी ने मांसाहार और शराब का सेवन नहीं किया ........ और पूरे धूमधाम से राम नवमी मनाई .........
उदयन की ये दो बेटियां ......... रानी और ममता भी पूरे 9 दिन व्रत रही ...........
if this type of work had been adopted by rss instead of sicularism and appesement then the things would have been different
ReplyDeletehats of pehlwanji
Dear Rohit,
DeleteRSS is running such 50,000+ school. It's always better to have knowledge before commenting.
एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो...
ReplyDeleteits rather hard to read it here but cant resist reading your writing :)
ReplyDeleteWaah dadda , proud of you
ReplyDeleteअभिनंदनीय!
ReplyDeleteबातों के फेस्बुकिया जंगल में कुछ ठोस काम करने वाले भी हैं।
अभिनंदनीय!
ReplyDeleteबातों के फेस्बुकिया जंगल में कुछ ठोस काम करने वाले भी हैं।
बहुत बढ़िया ..
ReplyDeleteबहुत बढ़िया ..
ReplyDeleteलगे रहिये वाह
ReplyDeletetabhi to na hum aapke FAN hain bhaiya..... lage rahiye...... India need more people like you
ReplyDeleteगर्व है दादा आप पर।
ReplyDeleteGreat job sir ji.....
ReplyDeleteदिल गार्डन गार्डन हो गया दद्दा
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